एक ओर प्रदेश सरकार ने कल शहडोल जिले में जल जंगल को लेकर राज्य स्तरीय कार्यक्रम किया वहीं दूसरी ओर जिले में रेत खदान भी उसी जल जंगल में आवंटित कर दी जहां आदिवासी और वन्यजीव अपना विचरण करते हैं।
हम बात कर रहे हैं शहडोल जिले के ब्यौहारी में संचालित बुड्ढीहा
रेत खदान की जहां सहकार ग्लोबल के करिंदों ने कुछ इस तरह से उत्खनन किया की खदान से सटे हुए जंगल से बाहर हाथी विचरण के लिए मजबूर हो गए आपको बता दें कि ब्यौहारी में संचालित यह खदान संजय गांधी नेशनल पार्क के बफर जोन से लगी हुई है।
हाथी हुए जंगल से बाहर विचरण के लिए मजबूर….
हाथी की मूवमेंट की वजह से किसान हुए परेशान 13 नवंबर की रात 9:20 में ग्राम पंचायत बुड्ढीहा में हाथी की झुंड पहुंचा तलाई टोला किसान हुए परेशान। अभी हाल ही के दिनों में बांधवगढ़ नेशनल पार्क के सटे हुए गांव में हाथियों की मृत्यु हुई थी।
ग्रामीणों ने जताया विरोध…..
ब्यौहारी एवं उसके आसपास के ग्रामीण कल एक साथ एकत्रित होकर बुड्ढीहा में संचालित रेत खदान का विरोध भी किया मगर प्रशासन दिखावे के आयोजन में व्यस्त रही।
इनका कहना है…..
भैया रात भर दिन भर रेता निकालते हैं डंपर गाड़ी चलती है बगल में जंगल लगा है पार्क का इनके शोरगुल और अधाधुंध खुदाई की वजह से जंगल से हाथी अब गांवों की तरफ आने लगे हैं।
शिकायत करो तो धमकियां मिलने लगती हैं।
अजय सिंह पेंड्रों (ग्रामीण)
शुभम मैं छुट्टी में हूं पूजा में बैठा हुआ हूं।
प्रभात पट्टा (खनिज निरीक्षक शहडोल)
इस संदर्भ में सहकार ग्लोबल के मैनेजर चेतन चतुर्वेदी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो फोन नहीं उठा।